अब आप हैं कुमाउंनी मुहावरों की दुनिया में। जहां की सैर कर आप कुमाऊं ( Kumoun) में होने का एहसास कर सकते हैं। अपनों के बीच संवाद करने का अनुभव कर सकते हैं। एक-एक शब्द आपको पहाड़ी समृद्ध जीवंत परंपरा की अनुभूति कराएगा। है न अच्छी बात। तो अपने चित्त को प्रसन्न करने के लिए आइए प्रसन्नचित्त डाट काम ( www.prasannachitt.com) पर और लीजिए मुहावरों का आनंद।
कुमाउंनी मुहावरों (Kumouni idioms ) को सहेजने का अनूठा काम किया है हिंदी व कुमाउंनी के प्रसिद्ध लेखक प्रो. शेर सिंह बिष्ट ( Professor Sher Singh Bisht ) ने…
भाग-तीन
1-आज भोल-करण. आज-कल करना.
किसी काम को टालना.
2- आण जस हालण। पहेली सा बुझाना.
समस्य खड़ी करना.
3- आपणि-आपणि हुण. अपनी-अपनी होना.
स्वार्थ सिद्धि में लगे रहना.
4- आपण ध्वां आफी देखण. अपना धुआं स्वयं ही देखना.
स्वयं को जानबूझकर परेशानी में डालना.
5- आपणै गीद गैण. अपने ही गीत गाना.
अपनी ही प्रशंसा करना.
6- आव-साव करण. उल्टा-सीधा करना.
उचित-अनुचति करना.
7- आस लागण. आशा लगाए रखना.
किसी से किसी चीज की अपेक्षा करना.
8-इखौर लागण. एक तरफ चले जाना.
झंझट से दूर रहना.
9- इज्जत उतारण. इज्जत उतारना.
किसी की सरेआम बेईज्जती करना.
10- इज्जत धरण. इज्जत रखना.
किसी को अपमानित होने से बचा लेना.
क्रमश…