15 नवंबर तक लें पिंडारी ग्लेशियर में ट्रैकिंग का मजा, अभी-अभी कुमाऊं कमिश्नर भी नाप चुके जीराे प्वाइंट
Pindari Glacier: trekking
Pindari Glacier प्रसन्न चित्त डेस्क : वैसे भी उत्तराखंड (Uttrakhand) का हर कोना बेहद खूबसूरत है. जहां से भी गुजरे देवभूमि आपके स्वागत के लिए हमेशा तैयार रहती है. यहां प्रकृति की अनुपम छटा देखते ही बनती है. बागेश्वर जिले में भी एक ऐसी अद्भुत व सुंदर जगह है पिंडारी ग्लेशियर (Pindari Glacier), जहां आप इस समय ट्रैकिंग का मजा ले सकते हैं. अभी-अभी कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत ( Commissioner Kumaon Deepak Rawat) ने भी जीरो प्वाइंट तक की यात्रा पूरी की है. इस यात्रा के अनुभव को लेकर उनका कहना है, इस यात्रा का आनंद कुछ अलग ही एहसास कराता है. तो आप भी ट्रैकिंग (trekking) बैग उठाइए और हो जाइए इस रमणीक स्थल का लुत्फ उठाने…
ऐसे पहुंचें पिंडारी
आप सबसे पहले हवाई सेवा से पंतनगर या फिर ट्रेन से काठगोदाम पहुंच सकते हैं। इस जगह से बस, टैक्सी के जरिये आपको पहाड़ों की सुरम्य वादियों की सैर के लिए निकलना होगा. अाप करीब 180 किलोमीटर दूरी पर स्थित खाती गांव पहुंचेंगे. वहां पर रहने के लिए सरकारी गेस्ट हाउस हैं और होम स्टे ( Home Stay) की भी सुविधा है. वहां से आप दूसरे दिन दव्याली और फर वहां से फुर्किए होकर तीसरे दिन जीरो प्वाइंट ( Zero Point) पहुंच जाएंगे। लौटते समय खाती के बाद खरकिया से होते हुए काठगोदाम पहुंच सकते हैं. खाती के बाद 32 किलोमीटर की यात्रा आपको पैदल ही करनी होगी.
भाेजन की यह रहेगी सुविधा
वैसे तो जहां-जहां ठहरने की सुविधा है, वहां पर आपको भोजन की सुविधा मिल जाएगी, लेकिन बेहतर है कि आप अपने साथ हल्का-फुल्का भोजन का इंतजाम भी ले जाएंगे तो ज्यादा अच्छा होगा. एक और सुविधा का लाभ उठा सकते हैं. बुग्यालों में चरवाहे रहते हैं. अगर आप स्थानीय बोली जानते हैं तो आप भोजन के लिए उन लोगों की भी मदद ले सकते हैं. वैसे आप अपने साथ गाइड भी रख सकते हैं.
यात्रा का जानें खर्च
वैसे तो कितना खर्च करना यह आप पर निर्भर करता है. सामान्य रूप से एक यात्री का खर्चा 10 से 15 हजार तक हो सकता है.
पोर्टर व गाइड की भी मिलेगी सुविधा
खाती गांव से ही आपको पोर्टर व गाइड की सुविधा मिल जाएगी. आप अपनी सुविधानुसान इन्हें हायर कर सकते हैं.
अपने पास इन चीजों को जरूर रखें
इस यात्रा के दौरान आप अपने पास गर्म कपड़े, एक बड़ी छाता, वाटरप्रूफ मैट, सिर, बदन दर्द, सर्दी, जुकाम, बुखार, उल्टी आदि से संबंधित कुछ दवाइयां भी अपने पास जरूर रखें.
इस मौसम में जाना ज्यादा मजेदार
पिंडारी ग्लेशियर की यात्रा के लिए सही समय फरवरी से मई तक और 15 सितंबर से 15 नवंबर तक का समय है. इस समय न अधिक बारिश रहती है और न अत्यधिक ठंड. हां, आपकी किस्मत अच्छी है तो आप फरवरी व नवंबर में बर्फबारी का लुत्फ उठा सकते हैं.
पर्यटन मंत्री की पहल
उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद (UTDB) ने बागेश्वर जिले के पिंडारी ग्लेशियर को ट्रैक आफ द ईयर घोषित किया है. 19 अक्टूबर, 2022 को गढ़ीकैंट स्थित परिषद कार्यालय में पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने ट्रैकिंग दल को रवाना किया। टूर आपरेटरों को पर्यटन विभाग की ओर से प्रत्येक ट्रैकर को ट्रैकिंग पर किए जाने वाले कुल खर्चे पर दो हजार रुपये की सब्सिडी भी दी जाएगी.
कूड़ा भी अपने साथ लाना होगा वापस
पर्यावरण की सुरक्षा हम सभी की जिम्मेदारी है. अगर आप पिंडारी ग्लेशियर की यात्रा पर जा रहे हैं तो वहां आपको गंदगी नहीं फैलानी है. कूड़ा अपने साथ वापस ही लाना होगा.