उत्तराखंड के पहाड़ी जिलों में क्रिटिकल केयर सेंटर खुलने की उम्मीद, केंद्र करेगा वित्तीय मदद
Uttrakhand Health Update
उत्तराखंड के पहाड़ी जिलों में क्रिटिकल केयर सेंटर खुलने की जगी उम्मीद, केंद्र करेगा वित्तीय मदद
प्रसन्नचित्त डेस्क। बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं से वंचित उत्तराखंड के पर्वतीय जिलों में क्रिटिकल केयर सेंटर उम्मीद की किरण बन सकती है। इसके लिए सरकारी स्तर पर प्रयास शुरू हो गए हैं। जिस उद्देश्य से इस योजना केा शुरू किया गया है। वास्तव में यह लागू होता है तो पर्वतीय क्षेत्रों के लोगों को अपने जिले में ही स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध हो जाएंगी। क्रिटिकल केयर सेंटर स्थापित करने पर 166 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है।
योजना के तहत पर्वतीय क्षेत्र के चम्पावत, बागेश्वर, नैनीताल, चमोली, पौड़ी, रुद्रप्रयाग, उत्तरकाशी जिले शामिल हैं। इसके लिए जिला अस्पतालों के आसपास सेंटर के लिए 1550 वर्गमीटर जगह चयनित कर डीपीआर तैयार की जा रही है। कुमाऊं मंडल में तीन जिलों में ब्रिडकुल और गढ़वाल मंडल के चार जिलों में सिंचाई विभाग के माध्यम से निर्माण कार्य किया जाएगा।
प्रस्तावित क्रिटिकल केयर सेंटर में सभी गंभीर बीमारियों के इलाज की सुविधाएं मिलेंगी। इसमें हृदय रोग, स्त्री रोग, बाल रोग, हड्डी रोग समेत अन्य तमाम बीमारियों के इलाज के लिए आधुनिक चिकित्सा उपकरण होंगे। इसके अलावा महामारी से निपटने और सड़क दुर्घटनाओं में घायलों को भी आपात स्थिति में एक ही जगह सभी इलाज की सुविधाएं मिलेंगी। सेंटर में डायलिसिस, ऑक्सीजन, ईसीजी, अल्ट्रासाउंड समेत अन्य सभी प्रकार की जांच की जाएगी। इसके साथ ही कई बीमारियों के इलाज के लिए आधुनिक चिकित्सा उपकरण होंगे।
स्वास्थ्य मंत्री डा. धन सिंह रावत का कहना है कि सभी सेंटरों की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार करवाई जा रही है। इन सेंटरों को स्थापित करने के लिए केंद्र सरकार की ओर से बजट मिलना है। प्रत्येक सेंटर के निर्माण पर 23.7 करोड़ खर्च होने का अनुमान है। क्रिटिकल केयर सेंटर बनने के बाद प्रदेश के लोगों को आपात स्थिति में बेहतर इलाज की सुविधा रहेगी।