हर स्कूल-कालेज में गठित हो एंट्री ड्रग सेल, कोचिंंग व केमिस्ट संचालक भी बनें नशामुक्ति अभियान का हिस्सा
Uttrakhand Drug Free
हल्द्वानी। अगर उत्तराखंड (Uttrakhand) को नशामुक्त बनाना है तो हर स्तर पर जागरूकता अभियान संचालित करना होगा. यहां तक स्कूल-कालेजों में एंटी ड्रग सेल (Anti drug cell) गठित करने होंगे. कोचिंग व केमिस्ट संचालकों को भी नशा मुक्ति अभियान से जोड़ना होगा. अभिभावकों को भी अपनी जिम्मेदारी बढ़ानी होगी. जिम्मेदार विभागों को भी अपने-अपने स्तर से काम करना होगा. यह कहना है चिकित्सा शिक्षा, स्वास्थ्य व शिक्षा मंत्री डा. धन सिंह रावत ( Dr Dhan Singh Rawat) का. वह गुरुवार को कुमाऊं के सबसे बड़े शहर हल्द्वानी( Haldwani) में थे. उन्होंने मंडल स्तर के अधिकारियों की बैठक भी ली.
बैठक में निर्णय लिया गया कि उत्तराखंड को नशा मुक्त बनाए जाने के लिए आवश्यक है की नशा को स्कूली शिक्षा पाठ्यक्रम का अभिन्न हिस्सा बनाया जाए. राज्य के समस्त डिग्री कालेज, औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, पालीटेक्निक में एंटी ड्रग सेल समिति गठित की जाए जो छात्र-छात्राओं को जनजागरूक करने के साथ ही निगरानी भी करेगी. साथ ही समय-समय पर इन जगहों पर आयोजित होने वाले जन जागरण सेमिनार, गोष्ठियों में मोटिवेटर( Motivator) को आमंत्रित कर लोगों को जागरूक किया जाए.
नशे के आदी हो चुके लोगों का पुनर्वास या सुधार के लिए गैर सरकारी संस्थान की सहायता ली जाए. इन संस्थानों की सहायता से नशे की प्रवृत्ति से बाहर आ चुके लोगों को ब्रांड एम्बेसडर बनाया जाए जो अन्य लोगों के लिए भी प्रेरणास्त्रोत का कार्य करें. इसके साथ ही समस्त कोचिंग सेंटर, केमिस्ट संचालकों को भी बैठक के माध्यम से जागरूक किया जाए.
बैठक में मंत्री डा. धन सिंह रावत ने सीएमओ को 18 से अधिक आयु वर्ग के 20 हजार लोगों का रक्तदान के लिए पंजीकरण का लक्ष्य दिया. इसके लिए चिकित्सा, उच्च शिक्षा, शिक्षा, समाज कल्याण, पंचायत व पुलिस विभाग के माध्यम से लोगों को जनजागरूक करने को कहा गया जिससे कि इच्छुक लोग अपना ऑनलाइन पंजीकरण करा सकें. उन्होंने कहा कि पंजीकरण का उद्देश्य है कि आवश्यकता पड़ने पर संबंधित मरीज की सहायता से दूसरे का जीवन बचाया जा सके.
इस बैठक में हल्द्वानी के मेयर डा. जोगेंद्र सिंह रौतेला, विधायक व पूर्व कैबिनेट मंत्री बंशीधर भगत, जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पंकज भट्ट, कुलपति कुमाऊँ विश्वविद्यालय प्रो. एन के जोशी, उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. ओम प्रकाश सिंह नेगी, कुलसचिव प्रो. रश्मि पन्त, चिकित्सा शिक्षा निदेशक डा. आशुतोष सयाना, राजकीय मेडिकल कालेज हल्द्वानी के प्राचार्य प्रो. अरुण जोशी, निदेशक डा. विनीता साह, डा. अनिल कपूर डब्बू, सीएमओ डा. भागीरथी जोशी, डा. तारा आर्या, यूओयू में सहायक क्षेत्रीय निदेशक बृजेश बनकोटी समेत तमाम अधिकारी व कर्मचारी शामिल रहे।
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