Good News : उम्मीद जगाती है अल्जाइमर की नई दवा, शोधकर्ताओं में उत्साह
Health: Alzheimer's disease
प्रसन्नचित्त डेस्क, हल्द्वानी। अल्जाइमर की नई दवा को लेकर उत्साह है. शोध में बताया गया है कि यह दवा घटती स्मरणशक्ति को कम करेगी. संज्ञानात्मक (Cognitive) गिरावट को भी धीमा करेगी. यह अध्ययन न्यूरोडिजनरेटिव बीमारियों के इलाज के लिए नया रास्ता तैयार कर सकता है. बाजार में यह दवा कब तक आएगी फिलहाल स्पष्ट नहीं है.
एक दिसंबर, 2022 को भारत के कई प्रमुख समचार पत्रों में प्रकाशित समाचार के अनुसार इस शोध को 29 नवंबर को अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को में 15 वें क्लीनिकल ट्रायल्स आन अल्जाइमर डिजीज (CTAD) सम्मेलन में प्रस्तुत किया गया था. इसमें बताया गया था कि न्यूराॅन के नुकसान की वजह से होने वाली बीमारियों को न्यूरोडिजनरेटिव डिजीज कहा जाता है.
अध्ययन में यह बताया गया है कि अल्जाइमर (Alzheimer’s disease) एक जटिल बीमारी है. इसके कई अंतर्निहित कारण उम्र बढ़ने से जुड़े हैं. यही कारण है कि अल्जाइमर ड्रग डिस्कवरी फाउंडेशन एडीडीएफ लंबे समय से बीमारी के इलाज में दवाइयों के मिश्रण के इस्तेमाल पर जोर देता रहा है. एडीडीएफ अल्जाइमर की रोकथाम व इलाज संबंधी दवाइयों की खोज पर आधारित है.
शोध करने वाली संस्था के सह संस्थापक व मुख्य वैज्ञानिक अधिकारी डा. हार्वर्ड फ्लिट के अनुसार अध्ययन के परिणाम बताते हैं कि लेकानेमाब संज्ञानात्मक गिरावट को धीमा करने में कारगर है. यह अल्जाइमर से ग्रस्त लाखों मरीजों के लिए अच्छी खबर है. लेकिन यह सिर्फ अल्जाइमर को रोकने की शुरुआत है. यह दवा संज्ञानात्मक गिरावट को 27 प्रतिशत रोकने में कामयब है. इसके हमारे पर मजबूत आधार हैं. इसे हम 100 प्रतिशत तक करने का लक्ष्य हासिल कर सकते हैं.