कहीं आपको ब्रेन ट्यूमर होने का भ्रम तो नहीं, यह है इंटरनेट के ज्यादा प्रयोग की बीमारी
Mental Health
Mental Health : प्रसन्नचित्त डेस्क। मोबाइल ने जहां हमारी जिंदगी को आसान बना दिया है. हमें पलक झपकते ही दुनिया भर की सूचना मिल जाती है, लेकिन इसका जरूरत से ज्यादा प्रयोग नुकसानदेह साबित होने लगा है.
इंटरनेट ( Internet) के अत्यधिक प्रयोग से मन से जुड़ी बीमारियों में साइबर कोंड्रिया (cyber chondria) भी है. मनोवैज्ञानिकों का कहना है कि इस मानसिक बीमारी ( Mental illness) में यह भ्रम होने लगता है कि कहीं मुझे ब्रेन ट्यूमर( Brain Tumor) तो नहीं है. या किसी किस्म का कैंसर व अन्य गंभीर बीमारी तो नहीं है.
यह एक तरह की ऐसी बीमारी है, जब हम सेहत से जुड़ी सूचनाओं को जरूरत से ज्यादा लेने लगते हैं. इंटरनेट का प्रयोग अत्यधिक करने लगते हैं. यह सूचनाएं हमारी चिंता को बेवजह बढ़ाते रहते हैं. हमें तब पता चलता है, जब बीमारी गंभीर रूप लेने लगती है.
उत्तराखंड( Uttrakhand) में कार्यरत वरिष्ठ मनोचिकित्सक डा. गिरीश पांडेय ( Psychatrist Dr Girish Panday) बताते हैं, वैसे भी किसी भी चीज का जरूरत से ज्यादा इस्तेमाल नुकसान ही पहुंचता है. यही इंटरनेट के साथ भी है. साइबर कोंड्रिया भी एक ऐसी ही बीमारी है, जिसका मन से ही संबंध है.
ऐसे में मोबाइल फोन और उसमें इंटरनेट का प्रयोग अपनी जरूरत के अनुसार ही किया जाए. बेवजह हर सूचना को न ग्रहण करें और न ही उस पर विश्वास करें. तमाम अधिकृत वेबसाइट और अन्य माध्यमों से ही सही और पुष्ट सूचना प्राप्त करने की काेशिश करें. कोशिश करें कि रात में मोबाइल फोन का इस्तेमाल न हो.
डा. पांडेय बताते हैं, अगर आप नियमित योग, व्यायाम करते हैं और मन को स्वस्थ रखने का नियमित अभ्यास करते रहते हैं तो आपको काफी हद तक इस बीमारी से निजात मिल जाएगी. इसलिए समय रहते सचेत होने की जरूरत है.
देश में इंटरनेट यूजर्स की स्थिति
डेलॉयट अनुसार 2021 में लगभग 75 करोड़ स्मार्ट फोन यूजर थे. 2026 में यह संख्या बढ़कर कए अरब तक हो जाएगी.
2020 में भारत की कुल आबादी के 53 प्रतिशत ने अपने मोबाइल फोन से इंटरनेट का उपयोग किया था. यह 2040 तक बढ़कर 96 प्रतिशत होने की उम्मीद है.