चर्म रोग विशेषज्ञ से जानें, दाद, खाज, खुजली में खुद से खरीदकर ट्यूब लगाना कितना खतरनाक
Health News: Dermatology
Dermatology : प्रसन्नचित्त डेस्क। अक्सर लोग शार्ट-कर्ट अपनाते हैं. शरीर में कहीं पर भी दाद, खाज, खुजली होने पर सीधे मेडिकल स्टोर जाते हैं और ट्यूब खरीद लाते हैं. उसे बार-बार इस्तेमाल करते हैं. हो सकता है कभी उससे ठीक हो जाए, लेकिन चर्म रोग विशेषज्ञ इस तरह की आदत को खतरनाक बताते हैं. कहते हैं, ऐसा करने से कई बार बीमारी बढ़ जाती है. हां कई बार बीमारी दब जाती है, लेकिन ठीक नहीं होती है. बाद में विशेषज्ञ भी मर्ज को पहचान नहीं पाते हैं, जो भविष्य में घातक स्थिति पैदा कर देता है. इसलिए जरूरी है बीमारी के प्रति जानकारी व जागरूकता.
राजकीय मेडिकल कालेज हल्द्वानी ( Government Medical College) के डा. सुशीला तिवारी राजकीय चिकित्सालय (STH) में चर्म रोग विभाग की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. पिडयांग्टी गिरी मावलोंग( Dr Pdiangty Giri Mawlong) बताती हैं, आलतू-फालतू ट्यूब भूलकर भी न लगाएं. ओपीडी में आने वाले कई मरीज ऐसी-ऐसी ट्यूब व दवा इस्तेमाल करके पहुंचते हैं जो न केवल संबंधित बीमारी से लिए नुकसानदेह है, बल्कि शरी के अन्य हिस्सों के लिए भी खतरनाक है. इसमें स्टीरॉयड भी शामिल है.
डा. गिरी कहती हैं, स्टीरायॅड के खतरे से आप सभी परिचित होंगे. इसके अधिक सेवन से किडनी तक को भी नुकसान होने लगता है, लेकिन लाेग तब जागते हैं जब हाथ से समय निकल चुका होता है.
चर्म या त्वचा रोगों के बारे में लोगों को सही जानकारी होनी चाहिए. यह बीमारियों पूरी तरह ठीक नहीं होती हैं. हां, समय पर उचित इलाज और सही परामर्श के साथ ही संतुलित भोजन करने से बीमारी को कंट्रोल किया जा सकता है. इसमें एक्जिमा, सफेद दाग विटिलिगो (Vitiligo) भी शामिल है.
इसलिए बीमारी से घबराने के बजाय बीमारी के साथ जीने का अभ्यास करना चाहिए. तनाव लेने से बीमारी ठीक नहीं होगी लेकिन बेवजह की परेशानियां बढ़ने लगेंगी. ध्यान रहे कि इलाज विशेषज्ञ से ही कराएं. अंधविश्वास में न रहें.
विशेषज्ञ कहती हैं, कई बार कुछ लोग इस तरह की बीमारियों को 100 प्रतिशत ठीक करने का दावा करते हैं. जबकि हकीकत में यह बीमारियां जड़ से ठीक नहीं होती हैं. इसलिए इनके झांसे में पड़ने की जरूरत नहीं है.