एमबीपीजी कॉलेज के ये पुरातन छात्र संगीत की दुनिया में छाए, अंग्रेज आयो टैक्सी में…सुपरहिट गीत गाने वाले भी यहीं के छात्र
MBPG COLLEGE HALDWANI
MBPG COLLEGE HALDWANI: प्रसन्नचित्त डेस्क। कुमाऊं का सबसे बड़ा एमबीपीजी कॉलेज. जहां से पढ़ने वाले आज देश-दुनिया में अपना नाम रोशन कर रहे हैं. ऐसे ही तमाम पूर्व छात्र रह चुके संगीत की दुनिया में भी परचम लहरा रहे हैं. संगीत के क्षेत्र से जुड़े डा. जगमोहन परगाईं ( Dr. Jagmohan Pargai.) ने ऐसे तमाम नाम खोजे हैं, जो आज अलग-अलग शहरों, कॉलेजों में गीत-संगीत से जुड़े हैं. डा. परगाई उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय हल्द्वानी में संगीत विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर पद पर कार्यरत हैं.
गीत-संगीत के क्षेत्र में चमकने वाले एमबीपीजी कॉलेज के पुरातन छात्र
डा. निर्मला जोशी असिस्टेंट प्रोफेसर संगीत
डा. गोविंद बोरा आसिस्टेंट प्रोफेसर संगीत
डा. जगमोहन परगांई आसिस्टेंट प्रोफेसर संगीत
डा. दीपा नंदा, आसिस्टेंट प्रोफेसर संगीत
डा. गंगा तमांग, आसिस्टेंट प्रोफेसर संगीत
राम लोहनी, संगीत शिक्षक केद्रीय विद्यालय
गीतिका खाती, संगीत शिक्षक, केद्रीय विद्यालय
नितेश बिष्ट रईस फिल्म में म्यूजिक रिकॉर्डिस्ट
हिमांशु बिष्ट, थियेटर आर्टिस्ट
विनय फुलारा, संगीतकार
अमन सब्बरवाल, संगीतकार
स्मित तिवारी ने सरोद वादक हैं, जिन्हें राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बेहतरीन प्रदर्शन के लिए बिस्मिल्लाह युवा पुरस्कार 2015 से सम्मानित किया जा चुका है.
वैशाली विजय,एशियाज सुपर सिंगिंग स्टार, जी टीवी सिंगिंग शो में टॉप 20 में जगह बनाई है.
नीरज चुफाल (युवा लोक गायक) अल्मोड़ा अंग्रेज आयो टैक्सी में…गीत से छाए हुए हैं. उत्तराखण्ड का पहला झोड़ा गीत जिसने यूट्यूब में तीन करोड़ से अधिक व्यूज़ प्राप्त कर लिए हैं.
राकेश खनवाल (युवा लोक गायक) कुमाऊनी गीत क्रीम पोडरा जिसने यूट्यूब में 15 मिलियन से अधिक व्यूज़ प्राप्त किए हैं. इस समय युवाओं की दिलों की धड़कन बने हुए हैं.
एमबीपीजी कॉलेज के समन्वय पुरातन छात्र समिति (Samnway Alumini studuents association, Haldwani)के उपसचिव डा. जगमोहन परगाईं बताते हैं, संगीत के क्षेत्र में काम करने की अपार संभावनाएं हैं. इसके लिए कॉलेज स्तर पर और बेहतर माहौल बनाने की कोशिश की जाएगी. पुरातन छात्र-छात्राओं का सहयोग लेकर नए छात्र-छात्राओं को संगीत के क्षेत्र में काम करने के लिए प्रेरित किया जाएगा. साथ ही भविष्य में इन पुरातन छात्र-छात्राओं को कॉलेज की गतिविधियो से भी जोड़ा जाएगा।
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