केंद्रीय गृह मंत्री भी ड्रग्स को लेकर चिंतित, बोले युवा पीढ़ी को दीमक की तरह खत्म कर रहा है ड्रग्स
Drug Free India
प्रसन्नचित्त डेस्क। नशा आज उत्तराखंड ( Uttrakhand) ही नहीं, बल्कि देशव्यापी समस्या बन चुका है. इस समस्या के लिए गृह मंत्री अमित शाह ( Central Home Minister Amit Shah) भी चिंतित हैं. चिंता इसलिए भी बढ़ी है कि इस धंधे से हुई आय को देशविरोधी कार्यों में लगाया जा रहा है, जो राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए भी खतरा है. साथ ही ड्रग्स ( Drugs) से युवाओं की शारीरिक ही नहीं, बल्कि मानसिक क्षमता पूरी तरह प्रभावित हो रही है.
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 26 अक्टूबर को गुजरात के गांधीनगर में ड्रग तस्करी और राष्ट्रीय सुरक्षा ( National security) पर आयोजित बैठक को संबोधित कर रहे थे. तब उन्होंने कहा कि देश की युवा पीढ़ी को ड्रग्स दीमक की तरह खत्म कर रहा है. इसके अवैध व्यापार से आया पैसा आतंक का पोषण करता है. युवा पीढ़ी केा सुरक्षित रखने और आतंक के वित्त पोषण पर प्रहार करने की लड़ाई को मिलकर लड़ना होगा. इसमें केंद्र व राज्य सरकार की सभी एजेंसियों की भूमिका अहम है.
शाह ने कहा कि पिछले आठ वर्षों में देश में 20 हजार करोड़ रुपये के मादक पदार्थ जब्त किए गए हैं. उन्होंने राज्य सरकारों में, खासकर महाराष्ट्र व गोवा की सरकारों से इसके खिलाफ लड़ाई में सक्रिय भूमिका निभाने का आग्रह किया है.
अच्छी बात यह है कि गृह मंत्री नशा मुक्त भारत (drug Free India) के लिए ड्रग्स के खिलाफ कड़ा संदेश दे रहे हैं। उनके समक्ष अब तक कई सौ किलोग्राम ड्रग्स को नष्ट कर दिया गया है. गुजरात, दिल्ली से पहले गुवाहाटी में भी शाह की मौजूदगी में ड्रग्स को नष्ट किया गया.
यह भी पढ़ें…