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कुलपति ने कहा, नैक के बी प्लस प्लस ग्रेड से लेकर आनलाइन शिक्षा में आगे बढ़ा उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय

Uttrakhand Open University: Distance Education

Uttrakhand Open University: हल्द्वानी। दूरस्थ क्षेत्रों में उच्च शिक्षा को पहुंचाने का सबसे अच्छा व सहज माध्यम उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय सफलता की ऊंचाइयों को छू रहा है. दूसरी बार विश्वविद्यालय में कुलपति की जिम्मेदारी का निर्वहन कर रहे प्रो. ओपीएस नेगी ( Vice Chancellor Pro. OPS Negi) ने इसकी उपलब्धियां पत्रकारों के साथ साझा की। उन्होंने कहा कि इस विश्वविद्यालय को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाना उनका मकसद है. साथ ही चुनौतियों से निपटने को लेकर भी खुलकर चर्चा की.

वर्ष 2022 के अंतिम महीने दिसंबर में पत्रकारों से मुखातिब प्रो. नेगी ने कहा कि विश्वविद्यालय ने कम समय में ही कई उपलब्धियां हासिल की हैं. यह विश्वविद्यालय किराए के एक कमरे से शुरू होकर आज अपने भव्य संरचना में स्थापित हो चुका है. जहां करीब 150 स्थायी व अस्थायी शिक्षक और कर्मचारी ही विश्वविद्यालय में कार्यरत थे. अब विश्वविद्यालय में लगभग 300 से अधिक कर्मचारी कार्यरत हैं। यही कारण है कि विश्वविद्यालय ने नैक की मान्यता प्राप्त की। अब विश्वविद्यालय यूजीसी के 12 बी के लिए आवेदन करेगा.

राष्ट्रपति ने प्रदान किया राष्ट्रीय पुरस्कार
उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय हल्द्वानी की अपनी स्थापना के बाद कम समय में ही दिव्यांगजनों के सशक्तीकरण, पुनर्वास एवं रोजगार के अवसर के लिए दूरस्थ शिक्षा के माध्यम से कार्य करने प्रारंभ कर दिए थे. वर्ष 2015 में विश्वविद्यालय में विशेष शिक्षा विभाग की स्थापना की. विशेष शिक्षा से संबंधित पाठ्यक्रमों का संचालित हो रहे हैं। केंद्रीय सामाजिक न्याय अधिकारिता मंत्रालय के निर्देश पर भारतीय पुनर्वास परिषद ने दूरस्थ शिक्षा के माध्यम से बीएड विशेष शिक्षा पाठ्यक्रम के लिए वर्ष 2021 से नवीन मानकों व नियमों की स्थापना करने हेतु उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर ओमप्रकाश सिंह नेगी की अध्यक्षता में एक कमेटी भी गठित की है जिसमें विश्वविद्यालय की आगामी योजना के तहत नवीन सत्र से सांकेतिक भाषा व ब्रेल लिपि भाषा में दो नवीन सर्टिफिकेट डिप्लोमा पाठ्यक्रमों का संचालन दूरस्थ शिक्षा के माध्यम से करेगा.

यह भी हैं विवि की उपलब्धियां
कुलपति ने बताया कि पिछले तीन वर्षों में भौतिक संरचना के तहत निर्माण–बहुउद्देश्‍य भवन, विज्ञान संकाय (प्रयोगशालाओं के साथ) 20 कमरों का अतिथि भवन, कर्मचारी आवास, कुलपति आवास, एमपीडीडी भवन, आंतरिक सड़कें, परीक्षा भण्‍डारण कक्ष, कैंटीन, कुलपति– कुलसचिव कार्यालय, कंप्यूटर लैब, दो छात्र व्याख्यान कक्ष, लर्निंग कक्ष, दो डिजिटल सभागार, आदर्श अध्ययन केंद्र का नवीनीकरण, केंद्रीय पुस्तकालय का नवीनीकरण, सामुदायिक रेडियो केंद्र को डिजिटल किया गया. शिशु सदन की स्थापना आदि निर्माण कार्य किए गए.

ऑनलाइन शिक्षा के क्षेत्र में विशेष कार्य
कई मूक कार्यक्रम (पाठ्यक्रम) तैयार किए गए हैं, विश्वविद्यालय के शिक्षकों की ओर से स्वयं प्रभा के लिए कई वीडियो व्याख्यान तैयार किए गए. कोरोना काल से अब तक लगभग एक हजार से अधिक वीडियो व्याख्यान और दो हजार से अधिक ऑडियो (रेडियो) व्याख्यान तैयार कर विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर अपलोड किए गए हैं. जल्द ही हल्द्वानी व देहरादून में एनएसएस यानी राष्ट्रीय सर्विंग स्कीम भी शुरू हो जाएगी। इस दौरान कुलसचिव डा. रश्मि पंत, अकादमिक निदेशक प्रो. आरसी मिश्र, प्रो. एके नवीन, पत्रकारिता विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डा. राकेश रयाल शामिल रहे।

कुलपति ने बताई आगामी योजनाएं

ऑनलाईन शिक्षा के क्षेत्र में कार्य करना
नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति को पूणत: लागू करना
सभी आठ क्षेत्रीय कार्यालयों को अपने भवनों पर स्थापित करना
देहरादून में गढ़वाल क्षेत्र के शिक्षार्थियों के लिए परिसर स्थापित करना
सीबीसीएस प्रणाली पर पाठ्यक्रम तैयार करना
रोजगारपरक शिक्षा पर जोर देना आदि कार्ययोजनाएं हैं

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