भाग-10
1-घट पणि ऊण. पनचक्की में पानी आना
अच्छे दिन आना.
2- घर-कुड़ि बेचण. घरबार बिक जाना
किसी के समक्ष समर्पण करन देना.
3- घर फुकण. घर फूंकना
अपनी बरबादी स्वयं देखना
4- प्यट क्वीड़ कारण. पेट में बातें करना
हवाई महल बनाना या मन में सोचते रहना.
5- जड़ि-कंजड़ि पुछण. हर बात की जड़-कानी तक पूछना
किसी बात की पूरी-पूरी जानकारी हासिल करना.
6-जस करण तस भरण. जैसा करना वैसा भरना
कर्मानुसार फल भोगना.
7- जै लागण. किसी पर टूट पड़ना
किसी पर गुस्से से झपटना.
8- झक मारण. झक मारना
व्यर्थ के कार्यों में समय गंवाना.
9- टपटपि लागण. टपटपी लगना
किसी चीज की तीव्र इच्छा होना.
10- नरै लागण. नराई लगना
किसी की बड़ी याद आना.
यह भी पढ़ें…