क्या टेंशन लेने वालों को ज्यादा होती है हार्ट अटैक की समस्या, जानिए डाक्टर की राय
World Heart Day
World Heart Day : प्रसन्नचित्त डेस्क। टेंशन ( Tension) यानी कि तनाव आज हर किसी की जिंदगी में घुस गया है. लाइफ स्टाइल डिजीज के रूप में यह घातक बन चुका है. यही कारण है कि जहां पहले उम्रदराज लोगों में हार्ट अटैक ( Heart Attack) के मामले सुनते थे, लेकिन आज कम उम्र युवाओं की भी हार्ट अटैक से मौत हो रही है. पिछले कुछ समय से कई युवा सेलेब्रिटीज की मौत के मामलों ने हर किसी को सोचने को मजबूर कर दिया. चिकित्सा विशेषज्ञ बताते हैं कि आपाधापी, अति महत्वाकांक्षा, पारिवारिक तनावपूर्ण माहौल, नौकरी का तनाव, समाज में दिखावे का तनाव, सामंजस्य न बैठा पाने का तनाव, बीमारी समेत तमाम तरह की दिक्कतें ही टेंशन का कारण बन चुकी हैं, जो हार्ट अटैक के खतरे को बढ़ा रही है.
हल्द्वानी के वरिष्ठ मनोचिकित्सक डा. रवि सिंह भैंसोड़ा बताते हैं, अत्यधिक तनाव से शरीर की पूरी कार्यप्रणाली प्रभावित हो जाती है. इसकी वजह से कार्टिसोल हार्मोंस असंतुलित हो जाता है. यह स्थिति कोलस्ट्रॉल का लेवल भी बढ़ाती है. यही नहीं, इसकी वजह से ब्लड प्रेशर भी अनियंत्रित होने लगता है.
सबसे अहम यह है कि हमारे पास काम व भोजन का निश्चित समय नहीं है. इससे शारीरिक ही नहीं, बल्कि मानसिक सेहत भी प्रभावित हो जाती है. इसी वजह हृदय संबंधी बीमारियों के बढ़ने की आशंका बनी रहती है.
जानें, हार्ट (Heart) को सुरक्षित रखने के ये हैं कुछ तरीके
बेवजह तनाव न लें
तनाव वाले वातावरण से दूर रहें
तनाव को खुद पर हावी न होने दें
तनाव प्रबंधन के तरीके सीखें
पर्याप्त नींद लें
शरीर का वजन बढ़ने न दें
अपने भोजन में फलों को शामिल करें
योग व व्यायाम को जीवन का हिस्सा बनाएं
आध्यात्मिक पुस्तकें पढ़ने का अभ्यास करें
कार्यस्थल पर खुशनुमा माहौल बनाएं
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