अब आप हैं कुमाउंनी मुहावरों की दुनिया में। जहां की सैर कर आप कुमाऊं ( Kumoun) में होने का एहसास कर सकते हैं। अपनों के बीच संवाद करने का अनुभव कर सकते हैं। एक-एक शब्द आपको पहाड़ी समृद्ध जीवंत परंपरा की अनुभूति कराएगा। है न अच्छी बात। तो अपने चित्त को प्रसन्न करने के लिए आइए प्रसन्नचित्त डाट काम ( www.prasannachitt.com) पर और लीजिए मुहावरों का आनंद।
भाग-आठ
1- खुट भीं न पड़न. पांव जमीन पर नहीं पड़ना.
अपनी उपलब्धियों व खुशियों पर इतराना.
2- खुट लागण. पांव लगना.
बहुत चलने के कारण पांवों का थक जाना.
3-खुटां में टोपि धरण. पांवों में टोपी रखना.
किसी की जरूरत से ज्यादा खुशामद करना.
4-खुटाक ताल उड़न. पांव की तली उड़ जाना.
अत्यधिक दौड़-धूप करना.
5- खून चुसण. खून चूसना.
किसी का अत्यधिक शोषण करना.
6- खून-पसिन एक करण.
किसी काम में अत्यधिक परिश्रम करना.
7- खून-सुखण. खून सूखना
भावी अनिष्ट की आशंका से चिंताग्रस्त रहना.
8-खोरि फुटण. सिर फूटना.
किसी मूर्खतापूर्वक कार्य से परेशानी में पड़ना.
9- ख्वरक आग निमूण. सिर की आग बुझाना.
जिम्मेदारी निभाना.
10-ख्वार पड़न. सिर पड़ना.
किसी कार्य में नुकसान उठाना.
क्रमश…
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